मुंबई – भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस की अमरीका इकाई के खिलाफ जातिगत भेदभाव का मुकदमा चलाया जा रहा है, यह मुकदमा कंपनी की पूर्व डयवर्सिटी हेड ने अमेरिका की एक डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में फाइल किया है, अफ्रीकन अमेरिकन डेविना लिंग्विस्ट ने इंफोसिस पर आरोप लगाया है कि 2016 में उन्होंने कंपनी के खिलाफ एक मामले में गवाही दी थी, जिसके बाद कंपनी ने उसका बदला लेने के लिए उन्हें कंपनी ने पद से हटा दिया, जिसके बाद 2017 में डेविना ने कंपनी छोड़ दी थी.
डेविना ने जिस मामले में गवाही दी थी वह ब्रेंडा कोहलर ने दायर किया था, उस मुक़दमे में आरोप लगाया गया था कहा गया था कि कंपनी दक्षिण एशिया से लोगों को की भर्ती अपनी नौकरियों में कर रही है और स्थानीय लोगों को मौका नहीं दे रही है. लिंग्विस्ट ने कंपनी पर केस चलाने और मुआवजे की मांग की है.
इंफोसिस के प्रवक्ता ने कहा है कि कंपनी को इस मामले जानकारी है, इसके साथ ही इंफोसिस ने किसी भी जातिगत भेदभाव के आरोप को सिरे से नकार दिया है, कंपनी ने कहा कि वह इस मामले पर कोर्ट में अपना पक्ष रखेगी, कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि कंपनी अपने हर कर्मचारी को बिना भेदभाव एक ही नजरिये से देखती है.