देहरादून – (भाषा) कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग पर असमंजस की स्थिति को साफ़ करने की कोशिश की है, हरीश रावत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद के लिए प्रीतम सिंह और इंदिरा ह्रदयेश का नाम आगे बढ़ाते हुए कहा कि वह अपने नाम को लेकर जारी असमंजस को समाप्त करना चाहते हैं.
हरीश रावत ने अपने एक ट्वीट में कहा कि प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया जाना चाहिए, उन्होंने यह भी कहा कि नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश भी मुख्यमंत्री पद का चेहरा हो सकती हैं, उन्होंने कहा, ‘‘प्रीतम सिंह सेनापति हैं, उन्हें पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किये जाने का अनुरोध उन्होंने किया है, मुख्यमंत्री के दूसरे चेहरे के रूप में इंदिरा ह्रदयेश जी का भी मैं स्वागत करूँगा, हरीश रावत ने कहा मैंने अपने नाम को लेकर जो असमंजस है, उसको समाप्त किया है,’’ कांग्रेस महासचिव ने पार्टी नेतृत्व से उन्हें सामूहिक नेतृत्व की पंक्ति से हटा दिए जाने का भी अनुरोध किया और कहा, ‘‘ कुछ समय व्यक्ति को उन्मुक्त भी रहना चाहिये.
हरीश रावत ने कहा मैं उसी दिशा में बढ़ते हुये, राजनीति के बल पर धन कमाकर अब प्रदेश की राजनीति पर कब्जा जमाने की प्रवृत्ति के विरूद्ध जन जागृति जगाने का काम करना चाहता हूँ,’’ उन्होंने कहा, ‘’निरंतर यह देखना भी कष्टकारक है कि कांग्रेस संगठन एक होटल की चार दीवारी में कैद होकर न रह जाए, मुझे कार्यकर्ताओं और स्वराज आश्रम की गरिमा को भी पुनः स्थापित करना है,’’ रावत के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सिंह ने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं, उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसलिए मुख्यमंत्री पद का दावेदार नहीं हूं क्योंकि कांग्रेस में यह परंपरा नहीं है कि जो अध्यक्ष हो वही मुख्यमंत्री हो .’’
सोमवार को हरीश रावत ने कांग्रेस नेतृत्व को उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की सलाह दी थी, रावत ने कहा था कि पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में साफ और स्पष्ट घोषणा से अनावश्यक कयास और कार्यकर्ताओं के स्तर तक पहुंच रही गुटबाजी थम जाएगी जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है.