देहरादून – उत्तराखंड के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक कुमार ने आज अपना कार्य-भार संभाल लिया हैं, उन्होंने निवर्तमान पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी से विधिवत कार्यभार संभाल लिया, नये पुलिस महानिदेशक ने अपनी प्राथमिकताएं निर्धारित कर दी हैं, अशोक कुमार ने कहा कि थाने व चौकियों में पीड़ितों की शिकायत न सुनने वाले थानेदार व चौकी प्रभारी हर सूरत में दंडित किए जाएगा. उन्होंने कहा उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता पीड़ितों को इन्साफ दिलाने की है.
अशोक कुमार ने कहा अगर पुलिस मुख्यालय को शिकायतें मिलती हैं को पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिल रहा है तो इस दशा में कड़ी कारवाई की जायेगी, उन्होंने पुलिसजनों के अचार विचार और उनके व्यवहार में बदलाव लाने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि पीड़ितों को इन्साफ दिलाया जा सके.
DGP ने कहा कि राज्य के प्रत्येक थाने में महिला सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल की तैनाती अनिवार्य रूप के की जाएगी, ताकि महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों को उनके बिना झिझके उनकी परेशानी को सुना जा सके, बढ़ते साइबर अपराध को नई चुनौती मानते हुए डीजीपी ने कहा कि इसके लिए प्रत्येक जिले में साइबर सेल को सशक्त करेंगे.
नये DGP ने ऐसे पुलिस वालों के खुद की समस्याओं के लिए लिए व्हटएप नंबर 9411112780 नंबर जारी किया है, ताकि इस नंबर के माध्यम से पुलिस कर्मचारी अपने प्रमोशन, पोस्टिंग, पारिवारिक आदि परेशानी का उल्लेख कर सकें.
DGP ने कहा कि अभी मैदान और पर्वतीय क्षेत्रों में इंसपेक्टर और सब इंसपेक्टर के लिए कुल तैनाती 16-16 वर्ष अनिवार्य है लेकिन अब पर्वतीय क्षेत्रों में तैनाती के वर्षों को कम किया जाएगा, ताकि पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़या जा सके, इसके साथ ही शहरी क्षेत्रों में लांग रेंज के हथियारों की संख्या में कटौती करेंगे और इन्हें छोटे हथियार मुहैय्या कराएं जाएंगे.