देहरादून – लोहाघाट से भाजपा विधायक पूरन सिंह फर्त्याल ने अपनी सरकार पर ही भ्रष्टाचार के खिलाफ लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है और अपनी सरकार की ईमानदारी के ऊपर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है, विधायक के अनुसार टनकपुर-जौलजीबी सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है, पूर्ण सिंह फर्त्याल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई ना होने से नाराज विधायक ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी बात की है और प्रदेश प्रभारी से भी संपर्क साधा है, विधायक पूरन सिंह फर्त्याल के आरोपों से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के जीरो टॉलरेंस वाले दावे पर सवालिया निशान लग रहे हैं.
लोक निर्माण विभाग मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास है और विधायक पूरन सिंह फर्त्याल लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों पर ही भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहे हैं, स्पष्ट है यह स्थिति मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए असहज है, क्योंकि फर्त्याल विभागीय अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार को संरक्षण और मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद भी भ्रष्टाचारी ठेकेदार पर कार्रवाई ना होने के आरोप लगा रहे हैं, मंगलवार को विधायक पूरन सिंह फर्त्याल ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री सब कुछ सुन कर भी अनसुना कर रहे हैं, भ्रष्टाचारी ठेकेदार को पहले हटाया जाता है और फिर बहाल कर दिया जाता है.
विधायक ने सीधे सीधे कह दिया है अगर उन्हें न्याय न मिला तो वह आने वाले विधानसभा सत्र में भी इस मामले को उठाएंगे और अगर जरूरत पड़ी तो वे न्यायालय में इस मामले के खिलाफ रिट दायर करेंगे, विधायक पूरन सिंह फर्त्याल के बागी तेवरों से सरकार और संगठन दोनों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं.
विधायक का कहना है कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नेपाल सीमा से लगा टनकपुर-जौलजीबी मोटर मार्ग के दूसरे चरण का काम शुरू होने वाला है, इसका काम पिछले 3 सालों से निविदा में गड़बड़ी के आरोपों के कारण अटका हुआ था, विधायक का आरोप है कि शासन ने टेंडर में गड़बड़ी करने वाले पुराने ठेकेदार को ही फिर से काम करने की अनुमति दे दी है.