नई दिल्ली – कोरोना संकट काल में लॉकडाउन के चलते उद्योग धंधे पर भारत सहित पूरे विश्व में मंदी छा गयी, भारत में पहले से मंदी झेल रही ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को कोरोना के कारण और तगड़ा झटका लगा, लेकिन अब अनलॉक -1 और अनलॉक – 2 के साथ हालात तेजी से बेहतरी की ओर जाते दिख रहे हैं. हालांकि, इसकी एक बड़ी वजह कोरोना ही है, जिसके डर से लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने से डर रहे हैं, हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड की रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ जुलाई महीने में कुल 41,300 गाड़ियां हुंडई ने बेच ली हैं, इसमें से 38,200 गाड़ियां अकेले भारत में बिकी हैं, और 3,100 गाड़ियों का भारत के बाहर निर्यात भी किया गया है.
अपनी इस कामयाबी से हुंडई का मैनेजमेंट बेहद खुश है, हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के सेल्स, मार्केटिंग और सर्विस के डायरेक्टर तरुण गर्ग ने जुलाई के प्रदर्शन पर अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए टिप्पणी करते हुए कहा – हम एक जिम्मेदार ऑर्गेनाइजेशन हैं, और हमारा यह कर्तव्य है कि हम देश की आर्थिक स्थिति को फिर से पटरी पर लाने की दिशा में अपना योगदान दें, हम बाजार की डिमांड और लोगों की जरूरत को पूरा करने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा ये आंकड़ा पिछले साल के लगभग बराबर है, उन्होंने बताया कि सबसे अधिक मांग इलाइट आई२०, वेन्यू, वर्ना, क्रेटा और निओस की रही है.