पौड़ी – राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल अपनी पत्नी के साथ शनिवार को अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुंचे, वहां उन्होंने अपनी कुलदेवी बाल कुंवारी की पूजा अर्चना की, अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होंने ग्रामीणों के साथ खुलकर अपनी मातृभाषा गढ़वाली में बातचीत की, NSA बनाये जाने के बाद अजीत डोभाल तीसरी बार अपने गांव आए, शनिवार को अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुंचे NSA अजीत डोभाल का स्थानीय ग्रामीणों ने पूरे जोश के साथ पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल दमाऊं के साथ स्वागत किया.
शनिवार प्रातःकाल 6:30 बजे एनएसए अजीत डोभाल पत्नी अरुणा डोभाल के साथ अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुंचे, गांव के पुजारी जया प्रसाद कुकरेती और सुरेश कुकरेती ने उनकी पूजा अर्चना संपन्न करवाई, करीब एक घंटे की पूजा अर्चना के बाद डोभाल गांव में पहुंचे, अपने गाँव पहुंचे अजीत डोभाल काफी भावुक नजर आये, उन्होंने स्थानीय युवाओं को देश सेवा के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि युवाओं को देश सेवा के लिए आगे आना चाहिए, उन्होंने देश सेवा को सर्वोत्तम है बताया, लॉकडाउन के दौरान अधिकांश युवा गांवों की ओर लौटे हैं, उन्होंने कहा रिवर्स पलायन स्थानीय प्रगति के लिए एक अच्छा संकेत है.
अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने अपने गांव के उनका 70 से 80 वर्ष पुराने पैतृक मकान मकान को भी देखा, उन्होंने कहा कि वह भी गांव में अपना नया मकान बनाने पर विचार कर रहे हैं, इस दौरान उन्होंने गांव में अपने पैतृक मकान के अवशेष भी देखे. गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने एनएसए डोभाल का ढोल दमाऊं की थाप पर फूल मालाओं से स्वागत किया.