कोलकाता – भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और फुटबॉल की दुनिया का एक बड़ा नाम बाइचुंग भूटिया के नाम पर सिक्किम के नामची में एक स्टेडियम का नाम रखा जाएगा, यह स्टेडियम भूटिया के जन्मस्थल दक्षिणी सिक्किम के तिन्कीतम जिले से 25 किलोमीटर दूर है, भारत में किसी फुटबॉलर के नाम पर अब तक का यह पहला स्टेडियम होगा,1995 में भारतीय सीनियर फुटबॉल टीम में पदार्पण करने वाले भूटिया ने 2011 में फुटबॉल से संन्यास ले लिया था.
सिक्किम फुटबॉल संघ के अध्यक्ष मेन्ला एथेंपा ने कहा, ‘सर्वश्रेष्ठ भारतीय फुटबॉलरों में से एक को हमारी तरह से यह एक उपहार है, हालांकि 2011 में फुटबॉल से संन्यास ले लिया था पर उसके बाद भी बाइचुंग भूटिया कई लोगों के लिए आदर्श रहे हैं और न केवल सिक्किम के बल्कि भारत के युवा फुटबॉलरों के प्रेरणा स्रोत रहे हैं, उन्होंने भारतीय फुटबॉल के लिए जो कुछ किया है, वह बेमिसाल है, लेकिन उनके नाम पर एक स्टेडियम शानदार फुटबॉलर के लिए एक छोटा सा घर हो सकता है.’
बाइचुंग भूटिया भारत के लिए 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले पहले फुटबॉलर हैं, उनको वर्ष 1998 में अर्जुन अवॉर्ड और 2008 में पद्मश्री पुरस्कार मिल चुका है, भूटिया इस सम्मान से बेहद अभिभूत हैं उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत सम्मानित और उत्साहित हूं, मैं
बेहद खुश हूं, क्योंकि नवोदित फुटबॉल खिलाड़ियों को फुटबॉल खेलने के लिए एक और शीर्ष श्रेणी की सुविधा और बुनियादी ढांचा मिलेगा, इस स्टेडियम ने मेरे सहित कई फुटबॉल खिलाड़ियों को देश को दिया है, मेरे पास वहां खेलने की कई यादें हैं.’
2010 में शुरू हुए इस स्टेडियम को कुछ वित्तीय बाधाओं के कारण इस रोक देना पड़ा था पर प्रेम सिंह तामंग के सिक्किम के मुख्यमंत्री बनने और कार्यभार संभालने के बाद फिर से इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया था, इस स्टेडियम में 15000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है, इसके 14 महीने में पूरा हो जाने की संभावना है, मुख्यमंत्री खुद इसके निर्माण कार्य की निगरानी कर रहे हैं.