देहरादून – तीन तलाक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दायर करने वाली उधमसिंह नगर की रहने वाली सायरा बानो को उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने राज्य मंत्री के पद पर नियुक्त किया है, तीन तलाक़ के मुद्दे पर मुखर रूप से अपनी आवाज़ उठायी थी, दो दिन पहले ही सायरा बानो भारतीय जनता पार्टी की सदस्य बानी थीं, उनको प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत सदस्यता ग्रहण कराई थी, उनको महिला आयोग के उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया है उनका दर्जा राज्य मंत्री का रहेगा.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सायरा बानो के संघर्ष को देखते हुए मंगलवार को आदेश जारी कर सायरा बानो को महिला आयोग उपाध्यक्ष प्रथम नियुक्त किया उनका राज्य मंत्री का दर्जा रहेगा, रानीखेत की ज्योति शाह को महिला उपाध्यक्ष दितीय और चमोली की पुष्पा पासवान को उपाध्यक्ष तृतीय बनाया गया है, उत्तराखंड में राज्य महिला आयोग के उपाध्यक्ष पद काफी समय से खाली पड़े हुए थे.
सायरा बानो का नाम उस वक्त सामने आया था जब उन्होंने तीन तलाक के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया था, मुल्लों और मदरसों के मौलवियों के बहुत हल्ला मचाने के बावजूद भी उन्होंने घुटने टेकने से इंकार कर दिया था, सायरा बानो के महिला सम्मान की बात को समझते हुए केंद्र सरकार में इसके ऊपर कानून बनाया और सायरा बानो मुस्लिम महिलाओं के लिए एक मिसाल बनकर सामने आईं.
उत्तराखंड के भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत ने बताया कि सायरा बानो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रीति-नीति से प्रभावित थी, उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की जिसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उनको महिला आयोग में उपाध्यक्ष का महत्वपूर्ण पद देकर उनकी ओर से तीन तलाक पर किए गए उनके इस कार्य का सम्मान दिया गया है.