मुंबई – एप्पल का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2 ट्रिलियन डॉलर हो चुका है, एप्पल अमेरिका और दुनिया की पहली कंपनी है जिसने यह मुकाम हासिल किया है, ये आंकड़ा इतना बड़ा है, जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि कई देशों की GDP भी इससे कम है.
जितना एप्पल का मार्केट कैप हो गया है, उतनी तो कई देशों की GDP भी नहीं है, इनमें इटली, ब्राजील, कनाडा और रूस जैसे बड़े देश भी शामिल हैं, इसके अलावा दक्षिण कोरिया, स्पेन, ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको, इंडोनेशिया, नीदरलैंड्स, सऊदी अरब, तुर्की, स्विटरजरलैंड, ताइवान, यूएई नॉर्वे जैसे देशों की जीडीपी भी एप्पल के मार्केट कैप यानी 150 लाख करोड़ रुपये से कम है.
ऐसा नहीं है कि एप्पल पहली ऐसी कंपनी है, जिसने 2 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप का आंकड़ा छुआ है, सऊदी अरब की सरकारी कंपनी सऊदी अरामको ने दिसंबर 2019 में ये आंकड़ा छुआ था, ये कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादन करने वाली कंपनी है, हालांकि वैश्विक आर्थिक मंदी और तेल के दामों में आई गिरावट की वजह से कंपनी से स्टॉक गिरने के कारण इसका मार्किट कैप गिर गया. भारत की कोई भी कंपनी अभी 2 ट्रिलियन डॉलर के मार्किट कैप के बारे में सोच भी नहीं सकती, यहां तक कि मुकेश अम्बानी की रिलायंस भी नहीं.