नई दिल्ली – नए साल की शुरुआत के साथ कोरोना वैक्सीन पर ऑक्सफ़ोर्ड और और एस्ट्रेजेनेका की वैक्सीन की भारत में आकस्मिक उपयोग की अनुमति के बाद दूसरी खुशखबरी आ गई है, एक्सपर्ट पैनल ने पहली भारतीय वैक्सीन को आपातकालीन परिस्थितियों में इस्तेमाल की मंजूरी देने की सिफारिश कर दी है, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने अपनी सिफारिश में कहा है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के उपयोग को मंजूरी दी जा सकती है.
नये साल के पहले ही दिन 1 जनवरी, 2021 को भारत के लोगों को खुशखबरी सुनने को मिली, ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका की तरफ से विकसित कोवीशील्ड को भारत में आकस्मिक उपयोग की अनुमति दी जा चुकी है, यहां यह महत्वपूर्ण है कि ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका की कोवीशील्ड का उत्पादन भी भारत में पुणे स्थित दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यू ऑफ इंडिया (SII) ही कर रही है।
महाराष्ट्र के पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट उत्पादन की दृष्टि से दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है, इस तरह कवैक्सीन बनाने वाली हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक देश की दूसरी सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है, कोवैक्सीन देश में विकसित और निर्मित, दोनों है, इसे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की मदद से भारत बायोटेक ने विकसित किया गया है.